Tata Investment Share : टाटा इनवेस्टमेंट कॉरपोरेशन के शेयरों में मंगलवार सुबह एक बड़ा बदलाव देखने को मिला शुरुआत में ऐसा लगा कि कंपनी के शेयर अचानक 90 प्रतिशत गिर गए हैं। लोगों को लगा कि शायद बाजार में कोई बड़ी गड़बड़ी हो गई है लेकिन हकीकत कुछ और थी। यह गिरावट असल में शेयरों के स्टॉक स्प्लिट यानी शेयर बंटवारे के कारण दिखी थी। दरअसल, कंपनी ने अपने शेयरों को कई हिस्सों में बांटने का फैसला किया है, और इसी वजह से शेयरों की कीमत अचानक कम दिखाई दी।
स्टॉक स्प्लिट का मतलब
स्टॉक स्प्लिट का मतलब होता है कि कंपनी अपने एक शेयर को छोटे-छोटे हिस्सों में बांट देती है। ऐसा करने से बाजार में शेयरों की गिनती बढ़ जाती है, लेकिन कंपनी की कुल कीमत पर कोई असर नहीं पड़ता। टाटा इनवेस्टमेंट कॉरपोरेशन ने अपने एक शेयर को 10 हिस्सों में बांट दिया है। पहले यह शेयर 10 रुपये फेस वैल्यू का था, अब इसे 1 रुपये फेस वैल्यू वाले 10 शेयरों में तोड़ दिया गया है। इसका फायदा यह होता है कि ज्यादा निवेशक अब सस्ते में ये शेयर खरीद सकते हैं।
शेयरों की कीमत में बदलाव
सोमवार को कंपनी के शेयर 9,949 रुपये पर बंद हुए थे और मंगलवार को यह शेयर एनएसई पर 1,015 रुपये के स्तर तक गिर गया। देखने में यह गिरावट बहुत बड़ी लगी, लेकिन असल में यह गिरावट स्टॉक स्प्लिट की वजह से थी। बंटवारे के बाद, शेयर की कीमत अपने आप कम दिखाई देती है क्योंकि अब हर शेयर की फेस वैल्यू घट गई होती है। यानी, निवेशकों का नुकसान नहीं हुआ बल्कि उनके पास अब पुराने एक शेयर की जगह 10 शेयर हो गए हैं।
स्टॉक स्प्लिट की रिकॉर्ड डेट
मंगलवार 14 अक्टूबर 2025 को कंपनी के शेयर स्टॉक स्प्लिट की रिकॉर्ड डेट पर ट्रेड कर रहे थे। रिकॉर्ड डेट का मतलब होता है वह दिन जब कंपनी तय करती है कि कौन-कौन से निवेशकों के पास शेयर हैं ताकि उन्हीं को बंटवारे के नए शेयर मिलें। इस खास दिन शेयरों में ट्रेडिंग बहुत ज्यादा होती है क्योंकि कई निवेशक ऐसे मौके पर खरीद-फरोख्त करना पसंद करते हैं। टाटा इनवेस्टमेंट कॉरपोरेशन ने पहली बार अपने शेयर का यह बंटवारा किया है।
शेयरों में फिर आई तेजी
रिकॉर्ड डेट पर शेयर की कीमत कम दिखने के बावजूद, कारोबार के दौरान कंपनी के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली। एनएसई पर शेयरों में 8 प्रतिशत से ज्यादा की तेजी आई और यह 1,082 रुपये तक पहुंच गया। दिन में एक समय यह 1,015 रुपये के स्तर तक गया था, जो उसके दिन का सबसे निचला स्तर था। बाजार में निवेशकों ने इसे सकारात्मक संकेत माना क्योंकि कम दाम पर लोगों को शेयर खरीदने का मौका मिला।
कंपनी का मुनाफा
टाटा इनवेस्टमेंट कॉरपोरेशन की कमाई भी बढ़ रही है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी का कंसॉलिडेटेड मुनाफा टैक्स देने के बाद 11.6 प्रतिशत बढ़कर 146.30 करोड़ रुपये रहा। पिछले साल इसी अवधि में यह मुनाफा 131.07 करोड़ रुपये था। कंपनी की कुल आमदनी यानी रेवेन्यू भी बढ़कर 145.46 करोड़ रुपये पहुंच गई, जो पिछले साल 142.46 करोड़ रुपये थी।
अगर स्टैंडअलोन यानी अकेले आधार पर देखें तो कंपनी का नेट प्रॉफिट 23.5 प्रतिशत बढ़कर 139.22 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। एक साल पहले यही मुनाफा 112.76 करोड़ रुपये था। इन आंकड़ों से साफ है कि कंपनी लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रही है।