इन दिनों सरकारी बैंक Canara Bank शेयर बाजार में चर्चा का बड़ा विषय बना हुआ है। वजह है मशहूर निवेशक रेखा झुनझुनवाला का इस बैंक में निवेश बढ़ाना। सितंबर 2025 की तिमाही में उन्होंने अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर 1.57 प्रतिशत कर दी है। जैसे ही यह खबर आई, बैंक के शेयरों में तेजी देखने को मिली और सोमवार को बीएसई पर इसका शेयर 127.36 रुपये तक पहुंच गया। यह बढ़ोतरी दिखाती है कि निवेशकों का इस बैंक पर भरोसा लगातार बढ़ रहा है और इसकी स्थिति मजबूत बनती जा रही है।
रेखा झुनझुनवाला की हिस्सेदारी
जून 2025 की तिमाही में रेखा झुनझुनवाला की हिस्सेदारी 1.46 प्रतिशत थी। लेकिन सितंबर तक उन्होंने अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर 1.57 प्रतिशत कर ली। अब उनके पास केनरा बैंक के करीब 14.24 करोड़ शेयर हैं, जबकि कुछ महीने पहले यह संख्या 13.24 करोड़ थी। यह साफ इशारा है कि उन्हें बैंक के भविष्य पर भरोसा है और वे इसे एक लंबे समय के निवेश के रूप में देख रही हैं। बड़ी निवेशक होने के नाते उनका यह कदम अन्य निवेशकों के लिए भी एक सकारात्मक संकेत बन गया है।
एलआईसी भी है बड़ा निवेशक
केनरा बैंक में सिर्फ रेखा झुनझुनवाला ही नहीं, बल्कि देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी (लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया) का भी बड़ा निवेश है। एलआईसी के पास बैंक के करीब 47.01 करोड़ शेयर हैं, जो कुल मिलाकर 5.18 प्रतिशत हिस्सेदारी के बराबर है। एलआईसी जैसे संस्थान का किसी बैंक में निवेश होना उस बैंक की विश्वसनीयता को और बढ़ाता है। ऐसे बड़े निवेशक बैंक की साख मजबूत करते हैं और आम निवेशकों को भी विश्वास दिलाते हैं कि यह बैंक स्थिर और भरोसेमंद है।
पांच सालों में शेयर का शानदार सफर
अगर पिछले पांच सालों के आंकड़ों को देखें, तो केनरा बैंक के शेयरों ने जबरदस्त रिटर्न दिए हैं। 9 अक्टूबर 2020 को यह शेयर 18.49 रुपये का था। अब यह लगभग 128 रुपये के आस-पास पहुंच गया है। मतलब, पांच साल में करीब 587 प्रतिशत की बढ़त। पिछले चार सालों में भी इसने लगभग 260 प्रतिशत का मुनाफा दिया है और तीन सालों में करीब 178 प्रतिशत तक उछला है। सिर्फ पिछले छह महीनों में ही इस शेयर ने लगभग 47 प्रतिशत की तेजी दिखाई है, जबकि पिछले एक महीने में यह करीब 18 प्रतिशत ऊपर गया है। ये आंकड़े बताते हैं कि बैंक की विकास दर मजबूत है और इसके कारोबार में स्थिरता आई है।
मजबूत वित्तीय स्थिति और बढ़ता मुनाफा
केनरा बैंक की प्रगति की सबसे बड़ी वजह है इसकी मजबूत वित्तीय स्थिति। इस साल की पहली तिमाही में बैंक का नेट प्रॉफिट पिछले साल की तुलना में 21.69 प्रतिशत ज्यादा रहा। यानी बैंक की कमाई लगातार बढ़ रही है। लोन बुक, डिपॉजिट और एसेट क्वालिटी में भी सुधार देखने को मिला है। यही कारण है कि निवेशक इसे एक भरोसेमंद बैंक मानकर इसमें पैसा लगा रहे हैं। कम एनपीए और बढ़ते मुनाफे के साथ, बैंक धीरे-धीरे अपने सेक्टर में एक मजबूत स्थिति बना चुका है।
निवेशकों में नया उत्साह
जब कोई बड़ा निवेशक किसी कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाता है, तो उसका सीधा असर बाजार की धारणा पर पड़ता है। रेखा झुनझुनवाला का केनरा बैंक में निवेश बढ़ाना यही दर्शाता है कि उन्हें बैंक की ग्रोथ पर भरोसा है। अब आम निवेशक भी इसे एक अच्छे अवसर के रूप में देख रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि बैंक की रणनीति सही दिशा में है और लंबे समय में इससे अच्छे रिटर्न मिलने की संभावना है।
Read More : RVNL नहीं अब इस 90₹ वाले Navratna PSU Stock को रखो अपने रडार पर
हालांकि केनरा बैंक के शेयरों ने शानदार प्रदर्शन किया है और बड़े निवेशकों का इसमें भरोसा है, लेकिन शेयर बाजार में हर निवेश के साथ जोखिम भी जुड़ा होता है। अगर कोई निवेशक इसमें पैसा लगाने की सोच रहा है, तो पहले अपनी रिस्क क्षमता और बाजार की स्थिति को समझना जरूरी है। साथ ही, किसी भी निवेश से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लेना बेहतर होगा। सही जानकारी, समझदारी और धैर्य से किया गया निवेश ही लंबे समय में अच्छे नतीजे देता है।