Railway PSU : बुधवार 15 अक्टूबर को इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉरपोरेशन (IRFC) ने अपने सितंबर तिमाही (जुलाई से सितंबर) के नतीजे बताए। इन नतीजों से पता चलता है कि कंपनी ने इस समय में कितने पैसे कमाए और उसका काम कैसा चला। पिछले साल की तुलना में कंपनी ने 10% ज़्यादा मुनाफा कमाया है इस बार का मुनाफा 1,777 करोड़ रुपये रहा। मतलब कंपनी ने अच्छा प्रदर्शन किया। मुनाफा बढ़ना यह दिखाता है कि कंपनी अपना खर्च संभाल कर अच्छे से काम कर रही है।
कंपनी की कमाई
भले ही मुनाफा बढ़ा हो, लेकिन कंपनी की कुल कमाई यानी रेवेन्यू में थोड़ी गिरावट आई है। इस बार कंपनी का रेवेन्यू 6,372 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले साल इसी समय यह 6,899 करोड़ रुपये था। इसका मतलब यह हुआ कि कंपनी की कमाई लगभग 7.6% कम हो गई। कभी-कभी ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ब्याज दरों में बदलाव या रेलवे की ज़रूरतों के कारण कंपनी को कम ब्याज पर पैसे देने पड़ते हैं।
नेट इंटरेस्ट मार्जिन
कंपनी का नेट इंटरेस्ट मार्जिन 1.55% रहा। यह पिछले तीन महीनों की तुलना में थोड़ा बढ़ा है, क्योंकि पिछली तिमाही में यह 1.53% था। नेट इंटरेस्ट मार्जिन बताता है कि कंपनी अपने दिए गए पैसों से कितना फायदा कमा रही है। अगर यह बढ़ता है तो समझो कंपनी थोड़ी बेहतर स्थिति में आ रही है।
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शेयरधारकों के लिए डिविडेंड
कंपनी ने अपने शेयरधारकों के लिए एक खुशखबरी भी दी है। उसने हर शेयर पर 1.5 रुपये का अंतरिम डिविडेंड देने का ऐलान किया है। डिविडेंड मतलब कंपनी अपने मुनाफे का कुछ हिस्सा अपने शेयर खरीदने वाले लोगों को देती है। अगर किसी के पास कंपनी का 10 रुपये वाला एक शेयर है, तो उसे 1.5 रुपये मिलेंगे। यह 10 रुपये वाले शेयर का लगभग 15% बनता है।
कंपनी ने कहा है कि डिविडेंड देने की रिकॉर्ड डेट 24 अक्टूबर होगी। इसका मतलब है कि जो लोग 24 अक्टूबर तक कंपनी के शेयर के मालिक होंगे, उन्हें ही यह डिविडेंड मिलेगा। कंपनी ने बताया कि डिविडेंड की घोषणा की तारीख से 30 दिनों के भीतर सभी शेयरधारकों को पैसे दे दिए जाएंगे।
शेयर की कीमत में हलचल
कंपनी के नतीजे आने से पहले इसके शेयर में लगभग 2% की बढ़त देखी गई थी। लेकिन नतीजों के बाद शेयर की कीमत में थोड़ा बदलाव हुआ। दोपहर 2:30 बजे के आसपास शेयर 0.31% की बढ़त के साथ 124.90 रुपये पर कारोबार कर रहा था। यह थोड़ी सी बढ़त दिखाती है, लेकिन बहुत बड़ी नहीं है।
सालभर का हाल
साल 2025 की शुरुआत से अब तक IRFC के शेयरों में लगभग 17% की गिरावट आई है। हालांकि कंपनी लगातार मुनाफा कमा रही है, फिर भी उसके शेयर की कीमतें नीचे जा रही हैं। यह इसलिए हो सकता है क्योंकि बाजार में ब्याज दरें, निवेशकों की उम्मीदें और रेलवे प्रोजेक्ट्स की गति जैसे कई कारण असर डालते हैं।
आगे की उम्मीद
IRFC जैसी सरकारी कंपनी के लिए आने वाला समय महत्वपूर्ण है। जब भारतीय रेलवे में और प्रोजेक्ट बढ़ेंगे, नई ट्रेनें आएंगी, और इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश बढ़ेगा, तब इस कंपनी का काम भी बढ़ेगा। अगर कंपनी अपने खर्च को सही से संभाले और ब्याज का संतुलन रखे, तो आने वाले महीनों में इसका मुनाफा और भी बढ़ सकता है।
अभी के लिए यह कहना सही होगा कि कंपनी ने इस तिमाही में ठीक-ठाक प्रदर्शन किया है। मुनाफा बढ़ना अच्छी बात है, लेकिन रेवेन्यू घटने की वजह से उसे थोड़ा सतर्क रहने की ज़रूरत है। निवेशकों के लिए यह खबर मिश्रित असर वाली है — यानी कुछ अच्छी, कुछ परेशान करने वाली भी। लेकिन क्योंकि यह सरकारी कंपनी है, इसलिए इसमें भरोसा अभी भी मज़बूत बना हुआ है।