भारतीय Indian Renewable Energy Development Agency (IREDA) ने सितंबर तिमाही में मजबूत नतीजे दिखाए। मंगलवार को कंपनी के शेयर लगभग 3.7 प्रतिशत बढ़कर 155.59 रुपये तक पहुँच गए। यह बढ़ोतरी तब हुई जब कंपनी ने अपने शुद्ध लाभ में साल-दर-साल 42 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। हालांकि, पिछले एक साल में शेयर की कीमत लगभग 31 प्रतिशत नीचे आई है। यह शेयर 137.01 रुपये से लेकर 234.29 रुपये के बीच कारोबार करता रहा है। कंपनी का मूल्य-से-आय अनुपात 26.38 है।
तिमाही का प्रदर्शन
आईआरईडीए का शुद्ध लाभ दूसरी तिमाही (क्यू2, वित्त वर्ष 2025-26) में 549 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में यह 387.75 करोड़ रुपये था। कंपनी की कुल आय में भी 26 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई और यह 2,057.45 करोड़ रुपये तक पहुँच गई। यह वृद्धि मुख्य रूप से ब्याज से होने वाली आमदनी और बेहतर परिसंपत्ति वृद्धि के कारण हुई। कर से पहले लाभ (प्रॉफिट बिफोर टैक्स) 460 करोड़ रुपये से बढ़कर 696 करोड़ रुपये हो गया।
पहले छह महीनों का प्रदर्शन
वित्त वर्ष 2025-26 की पहली छमाही में कंपनी का कुल शुद्ध लाभ 795.68 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान अवधि के 771.42 करोड़ रुपये से थोड़ा अधिक था। इस दौरान कुल आय 4,016.98 करोड़ रुपये तक पहुँची, जबकि पिछले साल यह 3,141.08 करोड़ रुपये थी। इसका मतलब है कि कंपनी की आमदनी में लगातार सुधार हो रहा है और उसके ऋण वितरण और ब्याज आय दोनों बढ़ रहे हैं।
एसेट्स और नॉन-परफोर्मिंग एसेट्स
30 सितंबर 2025 तक आईआरईडीए की कुल परिसंपत्तियाँ 87,793.76 करोड़ रुपये हो गईं, जो पिछले साल के 68,748 करोड़ रुपये से 28 प्रतिशत अधिक हैं। हालांकि, कंपनी की सकल एनपीए (ग्रोस नॉन-परफॉर्मिंग एसेट) दर 1.19 प्रतिशत से बढ़कर 1.37 प्रतिशत हो गई। नेट एनपीए भी 0.64 प्रतिशत से बढ़कर 0.91 प्रतिशत पर पहुँच गया। इसका मतलब है कि कुछ परियोजनाओं से भुगतान में देरी हुई है, लेकिन कुल स्थिति अभी भी नियंत्रण में है।
कैपिटल और रिज़र्व की स्थिति
कंपनी की पूंजी पर्याप्तता अनुपात (सीआरएआर) 16.10 प्रतिशत रहा। यह तब था जब कंपनी ने चालू नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं पर 100 प्रतिशत जोखिम भार लगाया। पिछले साल यही अनुपात 15.84 प्रतिशत था। कंपनी की कुल हानि प्रावधान राशि (इम्पेयरमेंट अलाउंस) 30 सितंबर 2025 तक बढ़कर 2,348.90 करोड़ रुपये हो गई, जबकि पिछले साल यह 1,687.58 करोड़ रुपये थी। यह प्रावधान कंपनी की वित्तीय सुरक्षा के लिए जरूरी है ताकि भविष्य की जोखिम स्थितियों से वह निपट सके।
ऋण और बॉन्ड से जुड़ी जानकारी
इस तिमाही में आईआरईडीए ने निजी प्लेसमेंट के माध्यम से 453 करोड़ रुपये जुटाए। यह राशि perpetual taxable unsecured bonds (अनिश्चित अवधि वाले कर योग्य बिना सुरक्षा वाले बॉन्ड) के जरिए प्राप्त की गई। कंपनी की कुल उधारी 69,939 करोड़ रुपये रही, जिसमें 28,942 करोड़ रुपये ऋण प्रतिभूतियों और 37,741 करोड़ रुपये ऋण के रूप में शामिल हैं। किसी भी देनदारी में डिफॉल्ट नहीं हुआ है। सितंबर 2025 तक कंपनी की गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर पर सुरक्षा कवर 2.61 गुना था। यह बताता है कि कंपनी अपने निवेशकों का भरोसा बनाए रखने में सफल रही है।
आय प्रति शेयर और नेट वर्थ
दूसरी तिमाही में कंपनी की प्रति शेयर आय (ईपीएस) 1.97 रुपये रही, जो पिछले साल की 1.44 रुपये की तुलना में अधिक है। कंपनी की निवल संपत्ति (नेट वर्थ) भी 9,336 करोड़ रुपये से बढ़कर 12,920 करोड़ रुपये हो गई। यह दिखाता है कि कंपनी वित्तीय रूप से मजबूत हो रही है। ऋण-से-इक्विटी अनुपात (डेट-टू-इक्विटी रेशियो) में थोड़ा सुधार हुआ और यह 5.85 से घटकर 5.41 पर आ गया। इसका अर्थ है कि कंपनी का कर्ज नियंत्रण में है और उसकी पूंजी स्थिति पहले से बेहतर हुई है।